कुछ शब्द आवाज है
कुछ शब्द पेड़ हैं.
कुछ दोनों है,
(शब्द वो है जो हमने सोचा और
कुछ वो है जिसने हमें सोचा)
कुछ शब्द करते है इंतज़ार
कुछ कराते है इंतज़ार सांसों को,
शब्द,
कुछ ऐसे है जो छीन लेते है सब
और कुछ होते है जो कर देते है सब वापस
शब्द,
मरते है जीभ के कगार पर
कुछ सोना बन जाते है कागज पर
शब्द
कुछ ऐसे है जो
आग लगा देते है हवा में
कुछ सूरज बन
प्रकाश फैलाते है
शब्द
कुछ अदृश्य हैं
कुछ आवाज से परे हैं
अजेय
और पवित्र।
mashallah likhte ho tum hindi me ..
ReplyDeletebahut khoob (my Hindi sucks but thankfully, your poetry doesn't)
ReplyDeleteThank you Shakti.
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